Tuesday, July 21, 2009

नवजात हसरतें....

तुने देखा बस एक नज़र, हम दिल कुर्बान कर बैठे....

तेरी बे-इरादा मुस्कान पे, क्या क्या गुमान कर बैठे....

बेखबर तेरी आरजू-ऐ-दिल से,

हम गुम अपना ईमान कर बैठे.....

अब खता-ऐ-इश्क जो की है....

जो सज़ा होगी निभाएंगे...

बेखबर तल्खी-ऐ-कायनात से...

हम अपनी नवजात हसरतें जवान कर बैठे.....

3 comments:

ओम आर्य said...

dil ki har aarju aise hi jawan hoti hai .......khubsoorat rachana

ज्योति सिंह said...

तुने देखा बस एक नज़र, हम दिल कुर्बान कर बैठे....तेरी बे-इरादा मुस्कान पे, क्या क्या गुमान कर बैठे....बेखबर तेरी आरजू-ऐ-दिल से,हम गुम अपना ईमान कर बैठे.....अब खता-ऐ-इश्क जो की है....जो सज़ा होगी निभाएंगे...बेखबर तल्खी-ऐ-कायनात से...हम अपनी नवजात हसरतें जवान कर बैठे.....
har line umda .

वन्दना अवस्थी दुबे said...

क्या बात है!! नवजात हसरतें!!बहुत खूब.