इत्तेफकान हुई मुलाक़ात फ़साना बन गई ....
उनकी जुस्तजू मोह्होब्बत सिखा गई ...
किसी का इन्तजार करना यूँ राहों में,हमारी फितरत न थी ...
उनकी रोज देर से आने की आदत, वो भी सिखा गई ....
उनकी जुस्तजू मोह्होब्बत सिखा गई ...
किसी का इन्तजार करना यूँ राहों में,हमारी फितरत न थी ...
उनकी रोज देर से आने की आदत, वो भी सिखा गई ....
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