Saturday, February 22, 2014

मोह्होब्बत

मोह्होब्बत वो नहीं जो हमने अफ़सानो में सुनी थी
मोह्होब्बत ये है जो मैंने तुझसे कि है
मोह्होब्बत वो नहीं जो किताबों में लिखी है
मोह्होब्बत वो है जो मेरे दिल ने इज़ाद कि है

किसी एक के निभाने से निभती गर मोह्होब्बत
तो हर रोज़ कितने ही अफ़साने बिखरते फ़िज़ाओ में
 कुर्बानिया देकर मोह्होब्बत करना पुराने वाकये है
मुझे मेरी मोह्होब्बत से बराबर कि आस है

गर ठुकरा दिया उसने बहुत दूर साथ चलके
मैं रोऊंगा तड़पूँगा लौट आने कि गुज़ारिश करूँगा
गर वो ये ख्वाब सज़ाए बैठे है तो
कहदो उन्हें ये सब उनके खयाली पुलाव है 

Thursday, February 13, 2014

happy kiss day

लबों को छुआ उसने
एहसास अब तक है
आँखे नम हुई
सांसो में आग अब तक है
वक़्त गुजर गया
पर उस लम्हे कि याद ताज़ा है
उस पहले चुम्बन का
बेशकीमती एहसास अब तक है 

Tuesday, February 11, 2014

ख्वाबों कि दुनिया.....

ख्वाबों कि दुनिया इसलिए अज़ीज़ है मुझे
कोई बंदिश नहीं होती कोई उसूल नहीं होता
किसी को भी नज़र या दिल में भरलो
इसकी कायनात में कोई गरीब नहीं होता 

अदा का कायल

उसकी इसी अदा का कायल हूँ मैं
क़त्ल करके भी शुब्हा नहीं होने देते
मसरूफियत कितनी भी रहे ज़िन्दगी में
मेरी दुआ सलाम नज़रअंदाज़ नहीं करते 

Sunday, February 9, 2014

मेरी कामयाबी

 कैसे भुलादूं उनको , जो ठुकरा के आगे बढ़ गए

मेरी कामयाबी में , कुछ तो उनका भी हाथ है। ....

इनायत ए महबूब

है इश्क़ वो इनायत ए महबूब

जो इल्तिज़ा से नहीं खुद बखुद कि जाती है 

इकतरफ़ा दीवानगी

आग दोनों जानिब लगी हो तो मोह्होब्बत है

इकतरफ़ा दीवानगी में क्या रखा है यारों। .... 

नसीहते

वो नसीहते लाजवाब देते है

बेहतर होता खुद भी अमल करते 

छोटी छोटी बातें

बस छोटी छोटी बातें ही फासले बढ़ा देती है 

न जाने दो उन्हें जिनके बिना एक पल भी दूभर लगे। ।