Saturday, July 25, 2009

चांदनी रात...

निकला न करो बेपर्दा चांदनी रातों में,

ये चाँद दिलफेंक है, इश्क कर बैठेगा....

खुलेआम कोई आपका दीदार करें...

इस दिल को कैसे गवारा गुजरेगा...

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