सहराओं में प्यासा रहना जायज है ...
दरिया भी मेरी प्यास बुझाता नहीं ...
वक़्त वक़्त की बात है मेरे दोस्त ...
कल का हमदर्द आज दर्द बंटाता नहीं ...
दरिया भी मेरी प्यास बुझाता नहीं ...
वक़्त वक़्त की बात है मेरे दोस्त ...
कल का हमदर्द आज दर्द बंटाता नहीं ...
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